बात शुरू करता हु हरियाणा से क्योंकि आजकल हरियाणा की गुडगाँव ही मेरी कर्मभूमि बनी हुई है!
चुकी यही एक हास्पिटैलिटी कंपनी में कार्यरत हु! लोगो और सहकर्मियों की बातो से भी सीखता हु अतएव ब्लॉग लिखने की इच्छा हुई !
देवी लाल, बंसी लाल और भजन लाल का कभी हरियाणा की राजनीति पर दबदबा हुआ करता था.
ये तीनों नेता अब नहीं रहे लेकिन प्रदेश की राजनीति पर उनके परिवारों का असर बना हुआ है.
इन तीनों का ज़िक्र हरियाणा की राजनीति में परिवारवाद का पर्याय बन गया है. और बदस्तूर आप इस बात से यहाँ खासकर गुडगाँव में दो चार होते रहते है की फलाना पार्क देवी लाल जी के नाम पर है तो भजन लाल जी के नाम पर भी स्टेडियम इत्यादि है इस दायरे में मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और ओम प्रकाश चौटाला से लेकर इंदरजीत राव और सुषमा स्वराज तक सभी आ जाते हैं. राजनीति शास्त्री मोहम्मद ख़ालिद कहते हैं, "हरियाणा की राजनीति कुछ परिवारों के इर्द-गिर्द घूमती है. यह परिवार अपने साथ जाति आधारित वफ़ादारियां पाले हुए हैं. इनकी पकड़ को कमजोर करना इतना आसान नहीं है."
कुलदीप बिशनोई की बात करता हु,
भजन लाल के बेटे कुलदीप बिशनोई ने भाजपा व कांग्रेस से गठबंधन ख़त्म कर लिया है.
अब इन परिवारों का रुझान राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं से आगे बढ़ गया है.
कांग्रेस ने राज्य सरकार में वित्त मंत्री हरमोहिंदर सिंह चट्ठा के बेटे मंदीप सिंह, राव धर्मपाल के बेटे विरेंदर सिंह, बलबीर पाल शाह के भाई विरेंदर पाल शाह, फूल चंद मौलाना के बेटे वरुण चौधरी के साथ-साथ नवीन जिंदल की माँ सवित्री जिंदल को उम्मीदवार पूर्वकाल में बनाया था !
भूपिंदर हुड्डा के बेटे दीपेंदर हुड्डा पहले ही सासंद रह भी चुके हैं. भाजपा ने सुषमा स्वराज की बहन वंदना शर्मा को उम्मीदवार बनाया था.
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलोद) ने उम्मीदवारों में ओम प्रकाश चौटाला के बेटे और पोते शामिल हैं.
इस सियासी चलन पर राजनीति शास्त्री लोग कहते हैं, "यह पता नहीं चलता कि पंजाब हरियाणा से सीख रहा है. ऐसा भी लगता है कि सभी कांग्रेस से सीख रहे हैं. अब यह रुझान पार्टियों और परिवारों से बड़ा हो गया है. परिवार के नाम पर आप को दूसरी पार्टियां भी उम्मीदवार बनातीं हैं."
भूपिंदर हुड्डा, की बात करते है
राजनीति से हरियाणा के हुड्डा परिवार का रिश्ता तीन पीढ़ियों से है.
कांग्रेस ने ओम प्रकाश चौटाला के भाई चौधरी रंजीत सिंह को अपने उम्मीदवार बनाया था.
इसी तरह हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजका) पूरी तरह भजन लाल परिवार के इर्द-गिर्द घूमता है.
भजन लाल के बेटे कुलदीप विश्नोई और चंदर मोहन इस दल के बड़े उम्मीदवार हैं.
गोपाल कांडा की हरियाणा 'लोकहित पार्टी' और विनोद शर्मा की 'जन चेतना पार्टी' का वजूद भी उनके परिवारों के साथ जुड़ा हुआ है.
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