Monday 31 October 2016

बिन दौरे बस रैली के आसरे मायावती जीत नहीं पाएंगी यूपी, भाजपा शक्ति प्रदर्शन को तैयार : संदीप राय


दिवाली का पर्व भी सपा परिवार में कई दिनों से चल रही रार को कम नहीं कर सका। शायद पहली बार मुलायम परिवार में त्योहार के मौके पर अलग किस्म का खिंचाव दिखा। अनायास ही ऐसे हालात बन गए कि सैफई में मुलायम के चचेरे भाई मुलायम से नहीं मिल सके।मुख्यमंत्री अखिलेश की अपने सगे चाचा शिवपाल से मुलाकात नहीं हुई। खुद परिवार के मुखिया सैफई के बजाए लखनऊ में रहे। असल में मुख्यमंत्री रविवार दोपहर बाद हेलीकाप्टर से अपने परिवार संग लखनऊ लौट आए और उससे पहले प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल लखनऊ से सैफई रवाना हो गए।
इन दोनों के खिंचाव को लेकर खासी चर्चा तो पहले से ही है। मुलायम अपने दांत दर्द के कारण लखनऊ में ही हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनसे मिलने पांच विक्रमादित्य मार्ग परिवार समेत गए और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री 4 विक्रमादित्य मार्ग के अपने आवास चले गए।
खास बात यह है कि सपा से निकाले जा चुके रामगोपाल यादव की भी मुलायम से मुलाकात नहीं हुई। अखिलेश सैफई में रामगोपाल यादव के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों से मिले।मुलायम से उनके आवास पर मिल कर तमाम नेताओं मिल कर बधाई दी। हालांकि कुछ समय पहले अखिलेश यादव तनातनी के बावजूद रक्षा बंधन पर अपनी चचेरी बहन व शिवपाल की बेटी से राखी बंधवाने उनके घर गए थे। 
फ़िलहाल तो यही सब देखने को मिला सारी मिडिया खबरों में 

वैसे भी इसमें कोई शक नहीं है की धीर्रे धीरे ही सही बीजेपी का जनाधार २०१४ की तरह ही यूपी में बढ़ रहा है और सीएम न घोसित करने का इनका प्लान इस बार मास्टरस्ट्रोक हो सकता है ! ये जरूर की मायावती नंबर दो पर काबिज होंगी लेकिन भाजपा से काफी पीछे रहकर !

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